मराठा इतिहास भारत के इतिहास का एक बड़ा हिस्सा है। मराठा इतिहास 16वीं सदी में शिवाजी महाराज के जन्म से शुरू हुआ और 18वीं सदी तक चलता रहा। मराठा एक शक्तिशाली राजपूत जाति थी जिसके लोग महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में रहते हैं।
शिवाजी महाराज मराठा साम्राज्य का संस्थापक और उनके नेत्रत्व में मराठा साम्राज्य की शक्ति बाड़ी। शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व, उनकी योग्यता और उनकी रणनीति, भारत के इतिहास में एक महान स्थान रखते हैं।
मराठा इतिहास में, 18वीं शताब्दी की शुरुआत में, पेशवा बाजी राव ने एक शक्तिशाली साम्राज्य के रूप में मराठा साम्राज्य की स्थापना की। पेशवा बाजी राव की योजनाओं और रणनीति ने मराठा साम्राज्य को बहुत नष्ट कर दिया और इसकी शक्ति को गरीब भारत में भी मान्यता मिली।
मराठा इतिहास के अंत में, मराठों ने ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जो पेशवा बाजी राव द्वितीय के जाल में लड़ी गई थी। क्या लड़ाई में मराठों के बाल गए और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की शक्ति को और बढ़ाने में साफला मिली।
मराठा इतिहास एक बहुत ही ज्वलंत और समृद्ध इतिहास है। इतिहास मराठों की वीर गाथाओं से भरा पड़ा है, शिवाजी महाराज और पेशवा बाजी राव प्रथम के नेतृत्व के कारण मराठों ने भारत के इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।