कारीगरों को देश की अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाएगी सरकार: मोदी

कारीगरों को देश की अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाएगी सरकार: मोदी

पीएम ने कहा- हमारे आज के ‘विश्वकर्मा’ बन सकते हैं कल के उद्यमी, मिशन मोड में काम की जरूरत

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान (पीएम विकास) योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की परंपरा को संरक्षित करना और उनका विकास करना है। हमारी सरकार उन्हें वैल्यू चेन सिस्टम का हिस्सा बनाने की दिशा में काम कर रही है और इसके लिए उन्हें औजार और तकनीक के जरिये मदद दी जाएगी। कारीगरों को देश की अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाया जाएगा।.

मोदी प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान (पीएम विकास) पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, आज के विश्वकर्मा कल के उद्यमी बन सकते हैं। कारीगरों, छोटे व्यवसायों की मदद के लिए ‘समयबद्ध मिशन मोड’ में काम करने की जरूरत है, ताकि छोटे व्यवसायों से जुड़े व्यक्ति मूल्य शृंखला का हिस्सा बनें। आम बजट 2023 पेश करते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कारीगरों और शिल्पकारों के लिए नई योजना पीएम विकास शुरू करने की घोषणा की थी। पीएम मोदी ने कहा, छोटे कारीगर स्थानीय शिल्प के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विश्वकर्मा योजना उन्हें सशक्त बनाने पर केंद्रित है और इसकी घोषणा के बाद से ही यह योजना तुरंत केंद्र में आ गई। पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान की घोषणा के बाद व्यापक चर्चा हुई और समाचार पत्रों और आर्थिक विशेषज्ञों ने इस पर ध्यान दिया। पीएम मोदी ने कहा, सिर्फ घोषणा ही लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गई। ब्यूरो

छोटे कारीगर स्थानीय शिल्प के उत्पादन में हमेशा निभाते हैं महत्वपूर्ण भूमिका

मोदी ने कहा, कुशल शिल्पकार आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना के प्रतीक हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, हमें राष्ट्र के विश्वकर्मा ( कारीगरों और शिल्पकारों) की जरूरतों के • अनुसार अपने कौशल बुनियादी ढांचे को फिर से बनाने की, जरूरत है। सरकार आज मुद्रा योजना के जरिये, करोड़ों रुपये का लोन बिना बैंक गारंटी दे रही है। इस योजना का भी हमारे विश्वकर्मा साथियों को ज्यादा से ज्यादा लाभ देना है।

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भारत पर असर 14 लाख कंपनियों व सं के डाटाबेस प्लेटफॉर्म ट्रैक्शन के अनुसार, भ 21 स्टार्टअप में एसवीबी का निवेश है। ये आने वाले समय में कैश की कमी से गुजर हैं, जो उनकी वृद्धि को प्रभावित करेगा। उन्हें बैंकों का रुख करना पड़ सकता है, लेकिन की वजह से नया निवेश हासिल कर पाना लिए मुश्किल हो सकता है।

भारत की विकास यात्रा के लिए गांवों के हर वर्ग को सशक्त बनाना जरूरी

मोदी ने कहा, भारत की विकास यात्रा के लिए गांव के हर वर्ग को सशक्त बनाना जरूरी है। इसके लिए सरकार प्रत्येक विश्वकर्मा ( कारीगरों) को एक समग्र संस्थागत समर्थन प्रदान करेगी, ताकि उनकी आसान ऋण, कौशल, तकनीकी सहायता, डिजिटल सशक्तीकरण, ब्रांड प्रचार, विपणन और कच्चे माल तक पहुंच सुनिश्चित हो सके। पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का उद्देश्य पारंपरिक

कारीगरों और शिल्पकारों की समृद्ध परंपरा को बनाए रखते हुए उनका विकास करना है।

एमएसएमई के लिए बन सकते हैं आपूर्तिकर्ता व उत्पादक मोदी ने कहा, मूल्य श्रृंखला का हिस्सा बनाकर कारीगरों और शिल्पकारों को मजबूत किया जा सकता है। उनमें से कई एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र के लिए आपूर्तिकर्ता और उत्पादक बन सकते हैं। उद्योग इन लोगों को उनकी जरूरतों से जोड़कर उत्पादन बढ़ा सकता – है जहां कौशल और गुणवत्ता प्रशिक्षण प्रदान किया जा सकता है।

पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिलेंगे। बैंकों का पैसा उन योजनाओं में लगाया जाएगा जिन पर भरोसा किया जा सकता है और इससे सरकार की योजनाओं का व्यापक असर दिखेगा।

कॉर्पोरेट कंपनियों को प्रतिस्पर्धी कीमतों

अमर उजाला ब्यूरे नई दिल्ली। चीन बीच भारत और प्रधानमंत्रियों ने सम विवाद का बात अंतरराष्ट्रीय नियम समाधान करने के किया है। साथ एकतरफा रूप से के प्रयास के प्रति संयुक्त बयान मोदी और ऑस अल्बनीज ने यह देश को ऐसा चाहिए, जो विव दोनों प्रधानसंवाद (क्वा . सहयोग को प्रतिबद्धता जता कहा कि वह वाले क्वाड शि के स्वागत कर

स्टार्टअप शिल्प उत्पादों के लिए बना सकते हैं बड़ा बाजार पीएम मोदी ने कहा, स्टार्टअप बेहतर तकनीक, डिजाइन, पैकेजिंग और फाइनेंसिंग में मदद करने के अलावा ईकॉमर्स मॉडल के जरिये शिल्प उत्पादों के लिए एक बड़ा बाजार भी बना सकते हैं। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के माध्यम से निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा, ताकि निजी क्षेत्र की नवाचार शक्ति और व्यापार कौशल को अधिकतम किया जा सके। पीएम ने कहा, केंद्र अपनी ओर से देश के दूरदराज के हिस्सों में लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है। उनमें से कई को पहली बार सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है। मोदी ने कहा, अधिकांश कारीगर दलित, आदिवासी, पिछड़े समुदायों से हैं या महिलाएं हैं। उन तक पहुंचने और उन्हें लाभ प्रदान करने के लिए एक व्यावहारिक रणनीति की आवश्यकता होगी।

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